एक दिन, निर्मला की मुलाकात ज्योतिष नाम के एक युवक से होती है जो उसके लिए एक अच्छा मित्र बन जाता है. ज्योतिष निर्मला के प्रति आकर्षित है, लेकिन वह जानता है कि उसके लिए निर्मला को पाना असंभव है क्योंकि निर्मला के चाचा उसे किसी निम्न जाति के व्यक्ति से शादी करने की अनुमति नहीं देंगे.
निर्मला भी ज्योतिष के प्रति आकर्षित है, लेकिन वह अपने चाचा के विरोध के डर से अपने प्रेम को स्वीकार नहीं कर सकती. एक दिन, निर्मला के चाचा उसे जबरदस्ती एक बूढ़े आदमी से शादी करने के लिए मजबूर करते हैं. निर्मला इस शादी से इतनी दुखी हो जाती है कि वह आत्महत्या कर लेती है.
"निर्मला" कहानी एक ऐसी युवती की दुखद कहानी है जो समाज के रीति-रिवाजों और परम्पराओं की शिकार हो जाती है. प्रेमचंद ने इस कहानी में दिखाया है कि समाज के रूढ़िवादी विचार महिलाओं के लिए कितने हानिकारक हो सकते हैं.