1.
जुमे की नमाज़ अदा करना: जुमे की नमाज़ को इस्लाम में अनिवार्य माना गया है और इसे सिर्फ मर्द ही अदा कर सकते हैं। औरतें इसे घर या मस्जिद में सुन या देख सकती हैं लेकिन इसे कर नही सकती हैं ।
2. मस्जिद की इमामत करना: मस्जिद की इमामत सिर्फ मर्द ही कर सकते हैं। औरतें मस्जिद में नमाज़ पढ़ सकती हैं, लेकिन वे इमामत नहीं कर सकतीं।