फिर से उड़ने की चाहत, दिल में है तड़प,
पंखों की आज़ादी, दिल को है पसंद।
कैद में रहना, नहीं है मेरे लिए,
खुला आसमान, मेरे लिए है प्यार।
हर दिन, हर पल, उड़ान भरना चाहता हूँ,
झिलमिलाते सूरज, को देखना चाहता हूँ।
बादलों से खेलना, हवा में नाचना,
ये सब मैं चाहता हूँ, आज़ादी का स्वाद लेना।
कैद की दीवारें, तोड़ना चाहता हूँ,
उड़ना चाहता हूँ, स्वतंत्र होकर,
अंतरिक्ष में उड़ना, सितारों के साथ,
ये है मेरे लिए, सच्ची खुशी का साथ।
पंखों की आज़ादी, मेरी ज़िंदगी है,
ये है मेरा सपना, ये है मेरी चाहत।
उड़ना चाहता हूँ, हर पल, हर क्षण,
खुली हवा में, स्वतंत्रता का मजा लेना।