हरियाली से लदी, नीली नदी की धारा,
पक्षियों का कलरव, खुशबू फूलों की प्यारी।
ये है हमारी धरती, ये है हमारा प्यारा घर,
इसको बचाना है, ये हम सबका कर्तव्य है।
हवा में प्रदूषण, पानी में विष घुला,
जंगल कटते जा रहे, धरती का सीना झुला।
पृथ्वी माँ रो रही है, दर्द से कराह रही है,
क्या हम नहीं सुन पा रहे, क्या हम नहीं समझ पा रहे?
पानी बचाओ, पेड़ लगाओ, प्रदूषण कम करो,
अपने कर्तव्यों को निभाओ, पर्यावरण को प्यार करो।
प्रकृति का दोहन बंद करो, उसे बचाओ,
अपने बच्चों के भविष्य के लिए, पृथ्वी माँ को बचाओ।
ये हमारी धरती, ये हमारी जान,
इसको बचाना है, ये हम सबका अभियान।